ऋग्वेद संहिता

                                     ऋग्वेद संहिता

  • ऋग्वेद संसार की समस्त पुस्तकों में उपलब्ध आदि ज्ञानस्रोत है ।
  • यह वैदिक संस्कृत में लिखित है ।
  • इसमें 10 मण्डल, 85 अनुवाक व 10580 मन्त्र हैं ।
  • दूसरा विभाजन अष्टकक्रम में है - जिसमें 8 अष्टक, प्रत्येक अष्टक में 8-8 अध्याय, अध्यायों का विभाजन वर्गों में है ।
  • वर्गों में प्रत्येक वर्ग में 5 मन्त्र हैं ।
  • वर्गों की संख्या 2006 है ।
  • ऋग्वेद का प्रथम सूक्त अग्नि व अंतिम सूक्त संज्ञान सूक्त है ।
  • ऋग्वेद की शाखाएँ - 1. शाकल 2. वाष्कल 3. आश्वलायनी 4. माण्डुकायनी 5. शांखायन हैं ।
  • ऋग्वेद की शाकल शाखा की वर्तमान में उपलब्ध होती है ।
  • पतञ्जलि महाभाष्य में ऋग्वेद की 21 शाखाओं का वर्णन मिलता है ।
  • कल्पसूत्रों में केवल वशिष्ट धर्मसूत्र ही प्राप्त होता है ।

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