देवता
देवता
- निरुक्त में देव शब्द का निर्वचन - देवो दानाद्वा द्योतनाद्वा दीपनाद्वा द्युस्थानो भवतीति वा ।
- ऋग्वेद में देवताओं की संख्या 33 है ।
- ये निवासस्थान के कारण तीन भागों में विभक्त हैं - 11 पृथिवीस्थानीय, 11 अन्तरिक्षस्थानीय, 11 द्युस्थानीय ।
- शतपथ ब्राह्मण में 8 वसु, 11 रुद्र, 12 आदित्य, 1 इन्द्र व 1 प्रजापति को मिलाकर 33 देवता हैं ।
- पुराणों में देवताओं की 33 कोटि संख्या कही है । वहाँ कोटि संख्या प्रकारवाचक है, संख्यावाचक नहीं ।
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