ऋग्वेदीय ब्राह्मण

             ऋग्वेदीय ब्राह्मण 

1. ऐतरेय ब्राह्मण - 

  •  इसके रचयिता महिदास ऐतरेय हैं ।
  • इसमें कुल 40 अध्याय हैं ।
  • इसके 33 वें अध्याय में शुनः शेप आख्यान मिलता है ।
  • इसमें निरन्तर गतिमान रहने का उपदेश मिलता है - चरैवेति चरैवेति ।
2. शांखायन या कौषीतकी ब्राह्मण -
  • इसमें कुल 30 अध्याय हैं ।
  • 7-30 अध्याय में अग्निहोत्र, दर्शपौर्णमास यज्ञ, चातुर्मास यज्ञ व सोमयाग का वर्णन है ।

Comments

Popular posts from this blog

ऋग्वेद में प्रमुख संवाद सूक्त

वेद - ऋषि - उपवेद - ऋत्विक

वेद पाठ विकृतियाँ